आंतों की सेहत को हेल्दी रखने का मंत्र: हल्दी के साथ डाइट में शामिल करें ये 5 खमीर वाले फूड्स, गुड बैक्टीरिया बनेंगे आपके पेट के बेस्ट फ्रेंड!
दोस्तों, आप हमेशा पाचन को स्वस्थ्य रखना चाहते हो, तो आप अपनी डाइट में फर्मेंटेड फूड्स का सेवन करें। आंतों की सेहत दुरुस्त रहेगी। कई रिसर्च ने यह बात साबित की है कि रोजाना छांछ, दही खाने से पाचन ठीक होता है।
आजकल दोस्तों आंतों की सेहत की समस्या आम हो गई है। जैसे पेट की गैस, ब्लोटिंग, IBS, कब्ज, एसिडिटी और लीक गट सिंड्रोम की समस्या लोगों को बेहद परेशान कर रही है। इस समस्या का मुख्य कारण खराब डाइट है। जैसे फास्ट फूड, खाने में फाइबर की कमी, तला हुआ खाना, बढ़ता तनाव, प्रोटीन की कमी और बॉडी की एक्टिविटी की कमी समस्या का मुख्य कारण है। आंतों की सेहत से जुड़ी समस्या के लिए डाइट में बदलाव जरूरी है। हमें डाइट में ऐसे फ़ूड को शामिल करना जरूरी है जिनमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर हो और शरीर में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाए। पेट की गैस और एसिडिटी को कम करें।
डाइट में प्रोबायोटिक्स फूड पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं और शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाते हैं। दोस्तों, कुछ ऐसे फूड्स को रोजाना दिनभर के खाने में शामिल करने से गट हेल्थ अच्छा होता है। आइए जानते हैं कि गट हेल्थ में सुधार करने के लिए गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए डाइट में क्या-क्या शामिल कर सकते हैं।
खाने में आंतों की सेहत के लिए छांछ और दही
दोस्तों रोजाना खाने में छाछ और दही का सेवन करने से पाचन स्वस्थ होता है। यह बात कई बार रिसर्च में साबित हो गई है कि दही और छाछ में प्रोबायोटिक्स भरपूर मात्रा में होती हैं, जो पाचन को स्वस्थ और आंतों की सेहत को अच्छी करती हैं और पेट को ठंडा करती हैं। अगर दोस्तों आप चाहते हैं कि आंतों की सेहत स्वस्थ रहे, गुड बैक्टीरिया पर्याप्त मात्रा में बनते रहे, तो रोजाना दही और छाछ का सेवन की आदत डाल लें। यह आंतों में अरबों की संख्या में गुड बैक्टीरिया बनाते हैं और खराब बैक्टीरिया को खत्म करते हैं।
खाने में अचार खाएं
दोस्तों, घर का बना अचार खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ गट हेल्थ में भी सुधार करेगा। अगर आप चाहते हैं कि आपकी आंतों की सेहत बनी रहे, तो आप खाने के साथ अचार खाना चाहिए। अचार खाने से गुड बैक्टीरिया अरबों की संख्या में बढ़ेंगे और पाचन तंत्र मजबूत होगा। ध्यान रखना कि ज्यादा तेल और नमक वाला अचार कम मात्रा में ही खाएं। अचार में मुख्य पीबायोटिक इग्रीडेट होता है, जो गुड बैक्टीरिया की संख्या अरबों में बढ़ा देता है।
खाने में इटली और डोसा खाएं
दोस्तों, पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और आंतों की सेहत के लिए, गुड बैक्टीरिया बढ़ाने के लिए, आप अपनी डाइट में चावल और उड़द दाल से बनी इडली और डोसा का सेवन करें। दक्षिणी भारतीयों की इडली और डोसा फर्मेंटेड डिश हैं। यह आसानी से पच जाती है। इसके सेवन से कब्ज और ब्लोटिंग कंट्रोल में रहती हैं। आंतों की सेहत और गुड बैक्टीरिया बढ़ाने के लिए इस डिश को खाने में शामिल कर सकते हैं।
खाने में किमची का सेवन
दोस्तों, किमची एक कोरियन वेजिटेबल डिश है। जिसका सेवन कोरियाई लोग आंतों की सेहत और गट हेल्थ में सुधार के लिए करते हैं। साथ ही बॉडी के फैट को कंट्रोल करती हैं। और पेट के गुड बैक्टीरिया को बढ़ाती हैं। गट हेल्थ को सुधारने में इनमें से किसी भी एक फूड का सेवन कर सकते हैं।
आंतों की सेहत बनाने की एक्सरसाइज
दोस्तों आंतों की सेहत बनाने के लिए खाना-पान जरूरी है उतनी ही एक्सरसाइज भी जरूरी हैं। एक्सरसाइज से आंतें मजबुत और स्वस्थ रहती हैं। आईए जानते हैं, कि कौन-कौन सी एक्सरसाइज जरूरी हैं।
पवनमुक्तासन
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए यह योगासन बहुत लाभदायक मानी जाती है। पवनमुक्तासन करने के लिए किसी शांत जगह पर मेंट बिछाकर योग मेट पर सीधा लेट जाएं। सांस लें और पैरों को 90 डिग्री तक उठाना है। सांस छोड़े और अपने पैरों को मोड़ें और अपने घुटनों को अपनी छाती तक लाने की कोशिश करें।
त्रिकोणासन
दोस्तों, त्रिकोणासन करने से फेफड़ों के कार्य प्रणाली में सुधार होता है। और मेरुदंड लचीला होता है। शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
सीधे खड़े होकर दोस्तों, पैरों के बीच दो-तीन फीट की जगह रखें। इसके बाद में कंधे की चौड़ाई से थोड़ी ज्यादा दूर पैर रखना है। दोनों हाथों को कंधे की सीध में उठाए और हथेलियों को आगे की तरफ खोलना है, दाहिने पैर को बाएं तरफ मोड़ें, सांस लेना है, और दाएं तरफ झुकना है। दाहिने हाथ से दाहिने पैर को छूने की कोशिश करें। इसके बाद बाएं हाथ सीधा ऊपर की ओर रखें और नजर बाएं हाथ की उंगलियों पर रखें। दोस्तों, इस मुद्रा को बनाए रखना है। और वापस अपनी स्थिति में आ जाना है। और दूसरी तरफ भी हाथ बदलकर अभ्यास करना है।
धनुरासन
दोस्तों, इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले चटाई पर पेट के बल लेट जाना है। इसके बाद दोस्तों अपने पैरों को घुटने से मोड़कर हाथों से पैरों को पकड़ लें और धीरे-धीरे सांस लेते हुए सिर, छाती और जांघ को ऊपर उठाएं। ध्यान रखें शरीर के साथ कोई भी जोर जबरदस्ती नहीं करें। दोस्तों, इस अवस्था में कुछ देर बने रहें, इसके साथ धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहें। इस आसन से आंतों की सेहत बनी रहती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल?
- आंतों की मजबूती के लिए कौन-सा योग करें?
आंतों की मजबूती के लिए आप धनुरासन कर सकते हैं। इसके साथ कुछ और भी योग कर सकते हैं, जैसे पवनमुक्तासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन और चक्रासन भी शामिल हैं।
- कमजोर आंतों को मजबूत कैसे करें?
दोस्तों, अपने आहार में फाइबर युक्त चीजें और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।
- क्या योग आंत के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है क्या?
हमारे शरीर के पाचन प्रवाह को उत्तेजित करता हैं।
- आंतों में गति कैसे बढ़ाएं?
आंतों की गति बढ़ाने के लिए प्रतिदिन 2 लीटर तरल पदार्थ शामिल करने से मल मुलायम बनाए रखना है।
- पेट की आंतों को मजबूत करने के लिए क्या खाना चाहिए?
पेट की आंतों को मजबूत करने के लिए अनाज, फलियां और पत्तेदार सब्जियां फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं।
Disclaimer: यह जानकारी एक सलाह सहित एक सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। thar news 11 इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।